कल्याण : कल्याण डोंबिवली महानगरपालिका से 18 गांवों को अलग करके अलग नगरपरिषद की स्थापना तथा 9 गांव को मनपा में ही रखने का निर्णय शनिवार को जा उद्धव ठाकरे ने लिया लेकिन ग्रामीणों को यह मंजूर नहीं उन्हें सभी 27 गांवों के लिए अलग नगर परिषद चाहिए ऐसा निर्णय रविवार को मानपाडेश्वर मंदिर में आयोजित पत्रकार परिषद के दौरान लिया गया। गौरतलब हो कि पिछले काफी समय से 27 गांवों के क लोगों की यह मांग रही है कि इन गांवों को कल्याण डोंबिवली मनपा से अलग कर अलग नगरपरिषद की स्थापना की जाय जिस पर मुख्यमंत्री द्वारा 18 गांवों के लिए ही अलग नगरपरिषद की मंजूरी दी गई तथा 9 गांवों को यह तर्क देते हुए मनपा में ही रखा गया कि इन गांवों का शहरीकरण हो चुका है और काफी विकसित हो चुके हैं। सर्व पक्षीय संघर्ष समिति तथा स्थानीय विधायक राजू पाटिल ने मानपाड़ा स्थित मंदिर में रविवार को पत्रकार परिषद के माध्यम से सरकार को यह चेतावनी दी है कि उन्हें सभी 27 गांव के लिए अलग नगरपरिषद चाहिए। सरकार फूट डालो राज करो वाली अग्रता अंग्रेजों की नीति को न अपनाते हुए सभी 27 गावों को एक साथ रखे। सर्वपक्षीय संघर्ष समिति का कहना है कि सरकार का यह निणय आगरा समाज फूट समाज मे फूट डालने वाला है तथा सरकार जिन गांवों के विकास की बात कह रही है उनका कोई विकास नही हुआ तथा उन 9 गांव के लोगों कभी अपने को मनपा में ही रखने का निवेदन नहीं किया इसलिए सभी 27 गांव एक साथ रखने चाहिए। जब तक सभी गांव के लिए अलग नगरपरिषद की अधिसूचना जारी नहीं की जाती तब तक गांवो में किसी भी तरह का चुनाव नहीं होने देंगे ऐसा भी ईशारा सरकार को दिया गया ।मुख्यमंत्री से सर्वपक्षीय संघर्ष समिति भेंट करके अपना पक्ष रखेगी। इस अवसर पर स्थानीय विधायक प्रमोद (राजपाटिल, वंडार पाटिल, गुलाब वझे, गंगाराम शेलार समेत सघर्ष समिति के अन्य पदाधिकारी, कार्यकर्ता व ग्रामीण मौजूद रहे।
सभी 27 गांव का चाहिए अलग नगर परिषद